मरने के बाद जिंदा हो जाना with Caryonics
मरना कौन चाहता है मरना कोई नहीं चाहता सभी लंबी उम्र तक जिंदा रहना चाहते हैं या खुद को अमर कर देना चाहते हैं क्या हो अगर एक दिन धरती पर जितने भी इंसान पैदा हुए उनमें से कोई मरे हीना या मरने के बाद दुबारा जीवित हो जाए यह सच है यह हो सकता है
हमारे विज्ञानिक इसके ऊपर काम कर रहे हैं कि कैसे मरे हुए इंसान को जीवित किया जाए और इस काम में दुनिया की की तीन कंपनियां लगी हुई है तो चलिए आगे चलकर जानते हैं कि यह क्या तकनीक है जिससे आने वाले समय में मरे हुए इंसान को जीवित किया जा सकता है
मरने के बाद जिंदा हो जाना
इस टेक्नोलॉजी में मरे हुए मृत व्यक्ति के शरीर को माइनस 200 डिग्री टेंपरेचर पर जमा दिया जाता है ताकि मृत व्यक्ति का शरीर लंबे समय तक या यूं कहें सदियों तक सुरक्षित रखा जा सकता है ताकि भविष्य में उसके अंगों को इलाज करके दोबारा से जीवित किया जाए या तो हो सकता है कि पूरे के पूरे इंसान को दोबारा से जीवित किया जाए
एलुमिनियम के बने हुए बहुत बड़े सिलेंडरों के अंदर लिक्विड नाइट्रोजन भरकर उसमें मानव शरीर को उल्टा लटका दिया जाता है जैसे कि जब इंसान जन्म लेता है मां के पेट में वह उल्टा होता है
यह कोई कल्पना या ऐसे ही किसी बात को हवा में नहीं कहा गया है सच में आज 2019 मैं इस काम को करने के लिए तीन कंपनियां लगी हुई है और अब तक का 150 से ऊपर लोगों को मरने के बाद इसमें जमा दिया गया है और 16 से उसे ऊपर लोगों ने अप्लाई किया हुआ है हेना जी अजीब बात जानी मरने के बाद यह सभी लोग उम्मीद करते हैं कि यह दोबारा से जिंदा हो जाएंगे क्या आपको लगता है कि यह जिंदा हो सकते हैं या सिर्फ एक मेडिकल साइंस का सिर्फ एक एक्सपेरिमेंट है
इनमें से दो कंपनियां अमेरिका की है और एक कंपनी रिसिया की है
आप चाहे तो इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सकते हैं जिन जिन कंपनियों के नाम लिखिए मैंने उनके साथ उनकी वेबसाइट को लिंक कर दिया है आप खोल कर देख सकते और ज्वाइन करने से पहले या अप्लाई करने से पहले मैं आपको बता देता हूं कि यह कोई आम या कोई सस्ती टेक्नोलॉजी नहीं है इसके लिए आपको पूरे 1 शरीर के लिए कम से कम $200000 देने पड़ेंगे आज अभी आप चाहते हैं कि आपका सिर्फ सिर सलामत रहे या फिर अकेला ही आगे जाकर जिंदा हो सके तो तो इसके लिए आपको $80000 से $100000 तक देने पड़ सकते हैं
सबसे छोटी उम्र की यह बच्ची ब्रेन कैंसर की वजह से इसकी मृत्यु 2 साल की उम्र में होगे तो इसके माता-पिता ने यह फैसला किया कि अपनी बच्ची को भविष्य में अगर उसका इलाज होता है तो उसे नहीं जिंदगी में शक्ति है उसी के चलते हुए इन्होंने अपनी बच्ची को इस तकनीक में जमा दिया
यह इस तकनीक के सबसे पहले इंसान को 1967 जमा दिया गया यह डॉक्टर यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफ़ोर्निया फिजियोलॉजी के प्रोफेसर थे जिनकी मृत्यु 1967 मैं हो गई थी और इनकी बॉडी को सबसे पहले जमाया गया
यह अमेरिका के मशहूर एक्टर थे जिनकी मृत्यु एड्स की वजह से 1988 में हो गई इन्होंने ना तो शादी की थी ना तो इनकी कोई संतान थी उनकी मृत्यु के बाद इनके शरीर को भी जमा दिया गया ताकि आने वाले भविष्य में एक से जैसी गंभीर बीमारी का इलाज ढूंढा जा सके
यह एक बेहद मशहूर बेसबॉल खिलाड़ी थे जिनकी मृत्यु 2002 में हो गई इनकी फैमिली ने पिंकी बॉडी को जमा दिया क्योंकि यह एक अनोखे बेसबॉल खिलाड़ी थे
और यह लड़की 22 साल की उम्र में ही उसकी मृत्यु हो गई और इसके पूरे शरीर की बजाय इसके सिर्फ सिर को ही जमाया गया है क्योंकि इसे ब्रेन ट्यूमर था ताकि इसके ब्रेन ट्यूमर का इलाज फीचर में निकाला जा सके इसलिए इसके घर वालों ने ऐसा किया
और इनके ही जैसे 150 से ऊपर लोगों के शरीरों को जमा दिया गया है ताकि उनको जो बीमारियां थी या जिनके चलते उनकी मृत्यु हुई थी भविष्य में उनकी बीमारियों का इलाज खोजा जा सके और इनको या इनके मरे हुए अंगों को दोबारा से जीवित किया जा सके तो आप सब लोगों को कैसा लगा यह ब्लॉग यह आपके ज्ञान को बढ़ाएगा अगर आपको अच्छा लगा तो इस ब्लॉग पर व्हाट्सएप फेसबुक टि्वटर शेयरिंग बटन है तो इसको आप आगे से आगे शेयर जरूर करें ताकि जे ज्ञान की बात और लोगों तक भी पहुंच सके
Blog By ..... देव सुखदेव